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Sunday, September 21, 2014

नमस्कार

नमस्कार शब्द
की उत्पत्ति ' नम: ', ' ओउम ' और ' कार ' के
मिलने से हुई है। नम: का अर्थ है: मैं नहीं ,
अर्थात् मैं कुछ नहीं हूं। ओउम सृष्टि की सबसे
पहली ध्वनि है और वेद की भाषा में यह
आत्मा का प्रतीक है। भगवान का रूप है। ' कार '
का अर्थ रूप या काया से है। इस प्रकार , जब
हम नमस्कार करते हैं , तो इसका अभिप्राय यह
हुआ कि हम दूसरे में या सामने उपस्थित
व्यक्ति में ब्रह्म के अंश को स्वीकार करते है

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