Search This Blog

Monday, August 19, 2013

शुभ विचार


बुराई कभी नहीं हटाई जा सकती   भलाई लाई जा सकती  हे 

भागवत का शुभ विचार

श्री मद भागवत के द्वितीय स्कंध का ७ वा श्लोक उसका दूसरा चरण 
विद्याकामस्तु गिरिशं दाम्पत्यार्थ उमां सतीम् || श्री मद्भा . २ /३ /७ 
जो विद्या प्राप्त करना चाहता हो वह शिवकी उपासना करे । और दाम्पत्य जीवन का सुख चाहता हो वह पार्वती की पूजा करे