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Thursday, February 28, 2013

સુવિચાર

અસત્ય એ '' અધર્મ '' છે , અસત્ય નું '' શસ્ત્ર '' છે દંભ 
गुलिस्तांमें जाकर जो हर गुल को देखा , न तेरी -सी रंगत न तेरी - सी बू हे । 
समाया हे जबसे तू नजरों में मेरी ,  जिधर  देखता  हु  उधर   तू   ही    तू  हे ॥ 

Monday, February 25, 2013

कल्याण --- याद रखो

भक्त वह हे , जो भगवान का हो गया हे, जिसका सब कुछ भगवान के समर्पण हो गया हे । ऐसा भक्त ही वस्तुत : मुक्त पुरुष हे ;क्योकि जब तक अविद्या विद्यमान रहेती हे , तब तक मनुष्य भगवान का न होकर संसारका - संसारके भोगोंका ही गुलाम रहता हे ; वह मुक्त नहीं हे और जो ऐसा हे, वह सब कुछ भगवान के समर्पण करके भगवान का हो नहीं सकता । इस लिये जो भक्त होता हे , वह अविद्या से अज्ञानसे मुक्त भगवान की महिमा के तत्वको जानने वाला होता हे । 

Sunday, February 3, 2013

સુવિચાર

 1. ગમતી વસ્તુ હોય તે  ગોવિંદ  ને અપાય 
2. જીવન માં ભૂલો કરી ને શીખ મેળવવી તેના કરતા બીજા એ કરેલી ભૂલો ઉપર થી શીખ મેળવી લેવાની જરૂર છે