गायत्री शाप विमोचन
ब्रह्मा , वसिष्ठ , विश्वामित्र और शुक्र के द्वारा गायत्री -मंत्र शप्त हे | अत: शाप -निवृति के लिए विमोचन करना चाहिए |
(१)ब्रहम -शाप विमोचन -- ॐ वेदान्त नाथाय विद्महे हिरण्यगर्भाय धीमहि तन्नो ब्रहम प्रचोदयात | ॐ देवी !गायत्री ! त्वं ब्रहमशापद्विमुकता भव |
(२) वसिष्ठ - शाप विमोचन -- ॐ देवी ! गायत्री ! त्वं वसिष्ट शापद्विमुकता भव |
(३) विश्वामित्र - शाप विमोचन -- ॐ देवी ! गायत्री ! त्वं विश्वामित्र शापद्विमुकता भव |
(४)शुक्र - शाप विमोचन -- ॐ देवी ! गायत्री ! त्वं शुक्र शापद्विमुकता भव |
पार्थना -
ॐ अहो देवी महादेवी संध्ये विद्ये सरस्वती !
अजरे अमरे चैव ब्रहमयोनिर्नमोस्तुते ||
ॐ देवी गायत्री त्वं ब्रहम शापद्विमुकता भव ,वसिष्ट शापद्विमुकता भव ,विश्वामित्र शापद्विमुकता भव , शुक्र शापद्विमुकता भव |
Agar Shahi Vidhi Nahi pata to Kyoto post karter ho
ReplyDeleteSahi kaha
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